तुम्हारे चेहरे का कुछ भी यहाँ नहीं मिलता

Post date: Feb 7, 2011 1:49:04 AM

खड़ा हूँ कब से मैं चेहरों के एक जंगल में, तुम्हारे चेहरे का कुछ भी यहाँ नहीं मिलता । - कैफ़ी आजमी