पाँच तरह के वाद्य

Post date: Apr 13, 2011 12:55:48 AM

हाल ही में गीताप्रेस की एक पुस्तक में पढ़ना हुआ कि वाद्य (यंत्र) पाँच तरह के होते हैं. उनका प्रकार ये है:

१. क्वणित: मुंह से फूंककर बजाये जाने वाले बांसुरी, सहनाई इत्यादि.

२. रणित: अंग के चलने से बजने वाले जैसे घुंघुरू.

३. घोष: गंभीर नाद करने वाले मृदंग, ढोल, नगाड़े इत्यादि.

४. ताड्य: परस्पर पीटकर झांझ के सामान बजने वाले.

५. झंकृति: सितार जैसे तार से बने हुए.

पता नहीं ये वर्गीकरण कितना लोकप्रिय रहा होगा (है तो नहीं?) पर मुझे रोचक लगा.